बारिश में इम्युनिटी कैसे बढ़ाएं? घरेलू उपाय और डाइट प्लान
introduction: मानसून का मौसम जहां ठंडक और राहत लाता है, वहीं बीमारियों का खतरा भी बढ़ा देता है। बारिश के दौरान वातावरण में नमी और गंदगी के कारण वायरल इंफेक्शन, सर्दी-खांसी, बुखार, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियाँ आम हो जाती हैं। ऐसे में हमारे शरीर की सुरक्षा प्रणाली यानी इम्युनिटी का मजबूत होना बहुत ज़रूरी है। इस लेख में हम जानेंगे मानसून में इम्युनिटी क्यों कमजोर होती है, इसे कैसे मजबूत करें, क्या खाएं और किन बातों का ध्यान रखें।

मानसून में होने वाली बीमारियाँ-
बारिश में नमी और साफ-सफाई की कमी के कारण कई बीमारियाँ फैलती हैं, जैसे:
-
सर्दी-खांसी और फ्लू
-
मलेरिया और डेंगू
-
टाइफाइड
-
पेट की समस्याएं (डायरिया, उल्टी, गैस)
-
स्किन इंफेक्शन और फंगल इंफेक्शन
इन बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो।
बारिश में इम्युनिटी कैसे कमजोर होती है?
-
बदलता तापमान: गर्मी और ठंडक का असंतुलन शरीर की रक्षा प्रणाली पर असर डालता है।
-
गंदा पानी और भोजन: बाहर का दूषित खाना और पानी पेट की समस्याएं और इन्फेक्शन ला सकते हैं।
-
नमी और कीटाणु: बारिश में बैक्टीरिया, वायरस और मच्छर ज़्यादा एक्टिव हो जाते हैं।
-
नींद की कमी और तनाव: मानसून में दिन छोटे और सुस्त होते हैं जिससे नींद और रूटीन प्रभावित होता है।
बारिश में इम्युनिटी कैसे बढ़ाएं?10 घरेलू उपाय और डाइट प्लान

1. हल्दी वाला दूध
रात को सोने से पहले हल्दी दूध पिएं। यह शरीर को अंदर से detox करता है।
2. गिलोय का जूस
रोज़ सुबह खाली पेट 10 ml गिलोय जूस पिएं – यह आयुर्वेदिक इम्युनिटी बूस्टर है।
3. तुलसी-अदरक की चाय
तुलसी, अदरक, काली मिर्च और दालचीनी की चाय से सर्दी-खांसी और गले के संक्रमण से बचाव होता है।
4. आंवला
विटामिन C से भरपूर आंवला रोगों से लड़ने की ताकत देता है।
5. नींबू और शहद
सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू और शहद डालकर पीना बेहद फायदेमंद है।
6. भाप लेना
नाक बंद, सर्दी या साइनस की स्थिति में भाप लेना राहत देता है।
7. योग और प्राणायाम
कपालभाति, अनुलोम-विलोम और भस्त्रिका फेफड़ों की ताकत बढ़ाते हैं।
8. हाइड्रेशन बनाए रखें
उबला हुआ पानी या हर्बल ड्रिंक्स पिएं। गंदा या ठंडा पानी न लें।
9. नींद पूरी करें
रात की 7–8 घंटे की नींद जरूरी है ताकि शरीर रिपेयर हो सके।
10. ताजा और गर्म खाना
ताजे और गर्म खाने से पाचन ठीक रहता है और शरीर मजबूत बनता है।
क्या खाएं, क्या न खाएं
क्या खाएं:
-
हरी सब्ज़ियाँ (पकी हुई)
-
मौसमी फल (पपीता, अनार, कीवी)
-
तुलसी, अदरक, हल्दी
-
दाल, खिचड़ी, दलिया
-
हल्का और सुपाच्य खाना
क्या न खाएं:
-
बासी और ठंडा खाना
-
बाहर की चाट, समोसे, पकौड़े
-
कच्चा सलाद (अगर ठीक से ना धोया जाए)
-
कोल्ड ड्रिंक्स या बर्फ वाला पानी
1 हफ्ते का मानसून डाइट प्लान-
समय | भोजन |
---|---|
सुबह खाली पेट | गुनगुना पानी + नींबू + शहद |
नाश्ता | ओट्स, मूंग चीला, या उपमा + तुलसी-अदरक चाय |
मिड-मॉर्निंग | आंवला, पपीता, या नारियल पानी |
दोपहर | ब्राउन राइस + दाल + पकी सब्ज़ी + छाछ |
शाम | भुना चना या हर्बल चाय |
रात | सूप + रोटी/खिचड़ी |
सोने से पहले | हल्दी वाला दूध |
Lifestyle Tips (नींद, पानी, hygiene)
-
नींद: रोज़ाना 7–8 घंटे की गहरी नींद लें।
-
पानी: उबला हुआ या फिल्टर पानी ही पिएं।
-
हाइजीन: हाथ बार-बार धोएं, नाखून छोटे रखें, बर्तन और किचन साफ रखें।
-
कपड़े: सूती कपड़े पहनें और गीले कपड़ों से बचें।
-
मच्छर से बचाव: मच्छरदानी, क्रीम या रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।

Conclusion:
मानसून का मौसम अगर सही ढंग से हैंडल किया जाए तो सेहत के लिए नुकसानदायक नहीं होता। जरूरी है कि आप अपनी इम्युनिटी मजबूत रखें और रोज़मर्रा की आदतों में थोड़े बदलाव करें। घरेलू उपाय, संतुलित डाइट और साफ-सफाई आपको मानसून में स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।
FAQs
Q1: मानसून में सबसे अच्छा इम्युनिटी बूस्टर क्या है?
👉 गिलोय, आंवला, हल्दी और तुलसी।
Q2: क्या बच्चे और बुजुर्ग इन घरेलू उपायों को अपना सकते हैं?
👉 हां, पर मात्रा और समय का ध्यान रखें। डॉक्टर से सलाह भी ले सकते हैं।
Q3: क्या मानसून में एक्सरसाइज़ ज़रूरी है?
👉 हां, हल्का योग या प्राणायाम बहुत मददगार होता है।
Q4: क्या मानसून में फल खाना सही है?
👉 हां, लेकिन अच्छे से धोकर और मौसमी फल ही खाएं।
अगर आपको यह लेख पसंद आया हो, तो इसे शेयर ज़रूर करें और BlogVibe.in को सब्सक्राइब करें।